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Saturday 7 March 2015

wife friend

दोस्तों, मेरा नाम विनय है और मैं दिल्ली का हु और मेरी उम्र २९ साल है और मेरी शादी अभी हाल में ही हुई है. दोस्तों क्या करू? मैं बहुत ही ठरकी हु. मेरी शादीशुदा लाइफ अच्छी चल रही है, पर फिर भी मुझे कोई अच्छी लड़की दिख जाती है. तो मुझे उसकी चूत मारने का मन करता है. ऐसी ही एक लड़की है चित्रा. चित्रा मेरी वाइफ के हॉस्टल में उसकी रूममेट थी. चित्रा का फिगर कमाल का था और उसकी उम्र तक़रीबन २५ साल की थी, जब ये इंसिडेंट शुरू हुआ. चित्रा को मैंने पहली बार मैं तब मिला था, जब मेरी वाइफ और मेरी कोर्टशिप शुरू हुई थी. उसके बाद, मेरी और चित्रा की २-३ बार बात भी हुई पर कुछ खास नहीं. फिर एकदिन मेरी वाइफ ने जोकि उस वक्त मेरी वुडबी थी, उसने मुझे अपने एक फ्रेंड से मिलवाया. वो लोग ६-७ थे और उसने दो एकदम माल थी. उनमे एक ही फिरोजा और दूसरी थी चित्रा.
फिरोजा भी माल थी और उसकी शादी हो चुकी थी, ख़ैर, चित्रा मुझे बहुत ही शरीफ और शाय गर्ल लगी. मुझे वो बहुत ही पसंद आई और रेस्टुरेंट में उनको ट्रीट दे रहा था. वहां जब भी मुझे मौका मिलता, तो सब से बचके उसे ताड़ता. पर ये गेट-टू-गेदर ज्यादा देर नहीं चला और हम सब अपने रास्ते चल पड़े. उस दिन के बाद, फिर हमारी मुलाकात नहीं हुई. पर हाँ, कभी- कभी कॉल पर या मेसेज पर हलकी- फुलकी बातचीत होने लगी. इस बीच मेरी शादी हो गयी और सब अच्छा चलने लगा. मैं अपनी वाइफ के साथ बहुत खुश रहने लगा. चित्रा को तो मानो, मैं भूल ही गया था, पर अपनी वाइफ के थ्रू उसके बारे में पता करता रहा. और फिर एकदिन हमारी मुलाकात अचानक से एक मॉल में हुई, जहाँ मैंने उसे थोड़ी देर तक बात की और उसका नंबर भी लिया. वो अभी भी सिंपल और खुबसूरत थी. मानो मेरी ठरक उसके लिए बढ़ गयी. घर आकर, मैंने अपनी वाइफ को अपनी मुलाकात के बारे में बताया और उसका नंबर भी उसे दे दिया.
फिर कुछ दिन बाद, मैंने एक फॉरवर्ड मेसेज उसको भेजा.जिसपर उसने स्माइल भेज दी. उस दिन के बाद, हम दोनों के बीच ये सिलसिला चालू हो गया. धीरे- धीरे फॉरवर्ड मेसेज के साथ- साथ, मैंने उससे चैटिंग भी चालू कर दी. बातो- बातो में, मैं उसकी सादगी और सुन्दरता की तारीफों के पुल बांधने लगा और वो इम्प्रेस होने लगी. उसको मेरी बातो में इंटरेस्ट आने लगा. एकदिन, जब मैंने जब उससे शादी के बारे में पूछा और पूछा, कि उसे कैसा लड़का चाहिए. तो उसने फट से आंसर किया, कि उसे मेरे जैसा लड़का चाहिए. मुझे हिंट सा हुआ, कि वो मुझे काफी पसंद करती है. उस दिन से, मैंने मेरा चित्रा को चोदने का मन बना लिया. अच्छा ये हमारी बातें चैट पर चल रही थी. हम लोग अलग- अलग स्टेट में थे. मैं दिल्ली में और वो केरल में. और वो मॉल वाली मुलाकात हमारी तब हुई, जब मैं केरल गया था कुछ दिन के लिए. फिर कुछ दिन में, हमें पता चला कि उसका रिश्ता फिक्स हो गया है और लड़का अब्रोड सेटल है और उसकी शादी ३ वीक में थी. क्योंकि उसे वापस जाना था.
मेरा मूड बहुत ख़राब हुआ. क्योंकि मुझे लगा था, कि अब चित्रा की चूत मारने का मौका हाथ से निकल गया. ख़ैर चैट में, मैं उससे टच में रहा और मैंने लड़के की फोटो भी मांगी, ये देखने के लिए कि कौन वो खुशकिस्मत. जिसको जिंदगी भर एक मस्त चूत मिलेगी. पर उसने मुझे टाल दिया. मैं उससे रोज़ मांगता और वो रोज़ इधर- उधर की बात करके मुझे टाल देती थी. मेरे ज्यादा पूछने पर मुझे पता चला, कि वो इस शादी से खुश नहीं थी. ये बात मुझे मेरी वाइफ ने कन्फर्म की. क्योंकि चित्रा ने लड़के की फोटो मेरी वाइफ को भेजी हुई थी. लड़के की हाइट भी कुछ खास नहीं थी और दिखने में भी कुछ खास नहीं था. पर चित्रा अपने घर वालो की वजह से ये शादी कर रही थी. चैटिंग युहि चलती रही और फिर कुछ दिन बीत गये और उसकी शादी की डेट नजदीक आ गयी. मैं और मेरी वाइफ उसकी शादी के लिए केरल पहुच गये और शादी के एक दिन पहले सुबह हम उसके घर पहुचे. हमारा उसके घर पर ही रुकने का प्लान था.
पुरे दिन, मैं उससे बात करने के लिए ट्राई करता रहा, पर वो अपने रेलाटिव्स और फ्रेंड में घिरी रही. जब भी मौका मिलता. मैं और वो चैटिंग कर लेते. दोपहर को उससे पार्लर में जाना था. मैंने कहा – मैं और मेरी वाइफ उसे ले जायेंगे. उसके घर वालो ने उसे हमारे साथ भेज दिया. पार्लर में पहले उसका फेशियल हुआ और फिर मेरी वाइफ भी फेशियल करवाने के लिए बैठ गयी. चित्रा थोड़ी देर में फ्री हो गयी. वो बाहर आई. मैंने अपनी वाइफ को कहा – चित्रा को कहीं जाना है. तो मैं उसे वहां लेके जा रहा हु. तब तक तुम अपना फेशियल करवा लो. चित्रा मेरी तरफ देखने लगी. क्योंकि उसे तो कहीं नहीं जाना था और फिर मैं उसे वहां से ले गया. गाड़ी में टाइम ना वेस्ट करते हुए, मैंने उसे अपनी फीलिंग एक्सप्रेस की और कहा – मैं तुम्हे बहुत लाइक करता हु और उसका हाथ पकड़ लिया. वो अपना हाथ छुड़ाने लगी. मैंने सुनसान जगह देखकर गाड़ी साइड कर दी.
अँधेरा हो गया था और मौका देखकर, मैं उसे चूमने लगा गालो पर, गले पर, हाथो पर. फिर मैंने उसके होठो को चूमा. वो मना करती रही, पर मैं नहीं माना. धीरे- धीरे उसकी आना-कानी कम हुई और मैं दबाके उसके होठो को चूसने लगा. साथ-ही- साथ उसके चुचे दबाने लगा. १० मिनट चूमा-चाटी के बाद उसने मुझे रोका और कहा – बस और नहीं. ये गलत है और मुझे वापस चलने को कहा. मैंने भी सोचा, कि जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए. इतना करने को तो मिला और मैंने गाड़ी वापस मोड़ ली. पार्लर से वाइफ को पिक करने के बाद, हम घर पहुचे. घर पर हल्का- फुल्का फंशन था. जोकि रात को ९ बजे तक ख़तम हो गया और १० बजे तक सब सोने चले गये. मेरा और मेरी वाइफ का कमरा ऊपर था और चित्रा का कमरा भी वहीँ ऊपर ही था. मैंने सोचा, कल चित्रा की सुहागरात है और उसके बाद शायद ही मुझे कभी मिलेगी. तो मैंने ठान ली, कि आज उसे चोदना ही है. कुछ ११:३० बजे, मेरी वाइफ के सोने के बाद; मैंने अपने कमरे से बाहर निकला और चित्रा के कमरे के दरवाजे को नोक किया.
उसने दरवाजा खोला और मैं तेजी से उसके रूम में घुस गया और दरवाजे को बंदकर लिया. वो कहने लगी, क्या कर रहे हो? मैंने कहा – सब सो रहे है. सिर्फ तुम और मैं ही है और मेरी वाइफ एक बार सो जाती है, तो फिर सुबह ही जागती है. मैंने उसे समझाया और दोपहर की तरह चूमने लगा. उसने कहा – कल मेरी शादी है और ये सब गलत है. मैंने उसे आई लव यू कहा और उसके होठो पर अपने होठो को लगा दिया और उसे चुप करवा दिया. मैं पागलो की तरह उसे चूम रहा था और उसके होठो को चूस रहा था. फिर मैंने उसकी टीशर्ट को उतारने की कोशिश की. एक बार तो उसने अपनी टीशर्ट वापस खीचकर नीचे कर दी. पर मैं फिर भी कोशिश करता रहा और उसकी टी शर्ट उतार फेंकी. उसने अन्दर कुछ नहीं पहना हुआ था. उसके चुचक एकदम मस्त थे गोल- गोल और उसके निप्पल खड़े हो रखे थे. मैं उन्हें चूसने लगा और दुसरे हाथ से दुसरे को दबाने लगा.
फिर मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसके बदन को चाटने लगा. कभी उसकी नाभि पर,कभी उसकी पीठ पर, कभी उसके निप्पल को. वो गरम हो चुकी थी औरचुदने के लिए तैयार थी. मैंने उसकी पजामी भी उतार फेंकी. उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था. क्योंकि, शादी से पहले अक्सर लडकिया वहां पर भी बाल कटवाकर क्लीन शेव कर लेती है. ख़ैर, उसकी चूत एकदम साफ़ थी और मैं उसकी चूत को चाटने लगा. वो मेरे बालो को सहलाने लगी और खीचने भी लगी. मैं १० मिनट तक उसकी चूत चाटता रहा. फिर, मैंने अपने कपड़े उतारे और अपना लंड निकाला. मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ना शुरू किया. उसकी चूत बहुत टाइट थी. मैंने उसकी टांगो को फैलाया और उसकी चूत में आधा लंड घुसेड दिया. वो दर्द के मारे चीख उठी. उसकी आवाज़ बाहर ना जाए, इसलिए उसने अपने मुह पर तकिया रख लिया. मैंने बाकि का लंड भी गुसेड़ दिया. उसने दर्द से अपने नाख़ून मेरे कंधे में गडा दिए.
उसकी चूत बहुत ज्यादा टाइट थी और मुझे भी दर्द हो रहा था. ख़ैर, मैं अपना लंड अन्दर- बाहर करने लगा और उसकी चूत मारने लगा. मैंने कंडोम नहीं पहना हुआ था. मुझे ध्यान था, कि मुझे अपना माल चित्रा की चूत में नहीं गिराना है. तो उस हिसाब से मैंने उसकी चूत मारी और जब मैं झड़ने वाला था, तो मैंने लंड उसकी चूत से निकाला और निकालते ही, मेरा सारा माल उसके बेड पर गिर गया. मैं उठा और मेरे लंड को बाहर निकाला, तो देखा उसकी चूत से खून और पानी बह रहा था. वो मेरे सामने उसी तरह लेटी रही. मैं उसके बदन को निहारने लगा. मैं उसके साथ लेट गया. ऐसी २१ पर चल रहा था, मगर फिर भी हम दोनों को पसीना आ रहा था.वो मेरे से चिपक गयी. मैं उसके बदन पर हाथ फेर रहा था. वो मुझसे लिपट कर रोने लगी और मैंने उसको थोड़ी देर बातो से पटाया और मैंने उसके होठो को पप्पी की. हम ऐसे ही लेटे रहे और मैंने अपना लंड उसके हाथो पर रखा और कुछ ही देर में, वो फिर से तन गया. मेरा मूड फिर से बन चूका था.
इस बार, मैंने उसे अपना लंड चूसने को कहा, जो वो चूसने लगी. मानो मैं उसके मुह में ही झड़ने वाला था. इतने में मैंने उसे बेड पर उल्ट दिया और उसे उठाकर उसकी चूत पीछे से मारने लगा. अब वो सेक्स के मजे लेने लगी. मैंने फिर उसे २-३ पोज में खूब चोदा और आखिर में उसकी चूत में ही झड गया. टाइम देखा, तो २ बज रहे थे और सुबह जल्दी उठना था. हमने अपने कपड़े पहने और बेडशीट चेंज की और मैं अपने कमरे में आ गया. कमरे में सब नार्मल था और बीवी घोड़े बेचकर सो रही थी. सुबह मेरे बीवी जल्दी उठी और नहाके चित्रा को तैयार करने चली गयी. मैं जब उठा, तो कमरे में कोई नहीं था. मैं थोडा सा घबराया और नहाने चला गया. वापस आया, तो नहीं था. मैं कमरे से बाहर आया… तो सब कुछ नार्मल था. मैं फटाफट तैयार हुआ और बीवी को खोजते हुए नीचे आ गया. तो मुझे पता लगा, कि वो चित्रा के कमरे में है. चित्रा का कमरा बंद था और अन्दर लडकियों की आवाज़ आ रही थी.
मुझे सब नार्मल लगा और मैंने रूम नोक किया. एक लड़की ने दरवाजा खोला और मैंने अपनी बीवी के लिए पूछा. वो आई और उसने कहा – मैं चित्रा को तैयार करके आती हु. मैं अन्दर घुसने लगा, तो उसने मना कर दिया. उसने कहा – बॉयज आर नोट अलाउड. चित्रा अभी साड़ी पहन रही है. अन्दर नहीं आ सकते. मैं हँसता हुआ नीचे आ गया और सोचने लगा कि मैंने उसे पूरा नंगा देखा हुआ है. साड़ी पहनते हुए नहीं देख सकता क्या? तभी मुझे ख्याल आया, कि रात मैंने उसे बिना कंडोम के चोदा है और वो प्रेग्नेनेट हो सकती है. क्योंकि हमे निकलने में टाइम था. मैं फटाफट गया केमिस्ट से गोली ले आया. थोड़ी देर में चित्रा बाहर आई और हमने नाश्ता किया. वो मेरे से नज़रे नहीं मिला पा रही थी. क्योंकि फ़ोन उसके हाथ में ही था. मैंने उसे मेसेज किया. फॉरगॉट व्हाट हैपन लास्ट नाईट एंड मूव अहेड इन लाइफ. मैंने उसको मेसेज किया, कि कल जो हुआ.. वो दोनों की जरूरत थी.
एंड आईटी वोंट हैपन अगेन. आई विल नोट कॉम इन बिटवीन यू एंड योर हसबैंड. सो रिलैक्स एंड एन्जॉय मूव अहेड. उसने मुझे देखकर मुस्कुराया. फिर मैंने उसे मेसेज किया, शी नीड तो हेव आई-पिल, अदरवाइज शी वुड बी इन प्रॉब्लम. शी रिप्लाई बेक – शी डस नॉट हेव आईटी. आई सेड, मेरे पास है. मैं ले आया था. वो मुझसे से पूछने लगी, कि मैं कैसे लुंगी? मैंने कहा, किसी भी बहाने से ऊपर अपने कमरे में पहुचो. नाश्ते के बाद, वो कुछ बोलकर ऊपर आ गयी. मैं पहले से ही ऊपर था. मैंने उसे वो पिल दी, जो उसने खाली. मैंने उसे हग किया और उसके मोबाइल के मेसेज को डिलीट कर दिया और फिर हम अलग- अलग नीचे आ गये. उसकी शादी अच्छे से हो गयी. बाद में, मैं हसबैंड से भी मिला. उस टाइम चित्रा का चेहरा देखने जैसे था. एक फोटो खिचवाने के बाद हम वह से चले आये. वो भी कुछ दिनों बाद अब्रोड चली गयी.
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Friday 6 March 2015

धीरे धीरे डालने लगा

भाभी की बहन में अपना भी कुछ हक़ होता है यही सोच के में भैया की बारात में भाभी के घर गया वाहा भाई की शादी होने लगी और में भाई की शालियो के साथ मस्ती मजाक करने लगा, सभी मेरे साथ मिल जुल गए उनमे भाभी की जो सबसे छोटी बहन थी उसका नाम रश्मी था उसकी हाइट कम थी और उसका गांड बहार की और निकला हुआ था मुझे वो अच्छी लग रही थी उसका बटला भी काफी बड़ा था में उसको लाइन मारने लगा वो भी मेरे से सटने लगी में समझ गया की या तो सेट हो जाएगी हमारे यहाँ शादी रात भर होती है भाभी की छोटी बहन मेरे पास आई और बोली चलो खाना खा लो मैने कहा नहीं मुझे भूख नहीं है में उससे बात करने लगा मैने उससे पुचा तुम कोन से क्लास में हो उसने कहा में 10वी में हु हमलोग थोड़ी देर बात करने लगे तभी भाई की बाकि सालिया भी वह आ गई में सबसे बात करने लगा पर मेरी नजर रश्मी पे ही थी में किसी न किसी बहाने रश्मी से बात करने लगता था और उधर भाई की शादी हो रही थी मैने रश्मी से कहा चलो शादी देखते है और हम लोग शादी के पास चले गए और शादी देखने लगे रश्मी मेरे सामने ही खड़ी थी और थोड़ी थोड़ी देर में मेरी और देखती रहती थी में भी उसे घूरता रहता था फिर मैने सोचा की यही सही मोका है सब लोग शादी में व्यस्त है मैने रश्मी को इशारा किया वो साइड में आ गई मैने कहा मुझे तुमसे कुछ बात करनी है मैने उससे पूछा की तुम्हारे घर में कहा पर कोई आता जाता नहीं है तो रश्मी ने बताया की छत में कोई नहीं जाता मैने रश्मी से कहा चलो छत में जाते है और हम दोनों छत में चले गए छत में पहुचने के बाद रश्मी ने कहा कहो क्या बात है मैने कहा रश्मी तुम बुरा तो नहीं मानो गी न तो रश्मी ने कहा नहीं मानूंगी अब बोलो भी मैने रश्मी से कहा तुम मुझे अच्छी लगती हो आई लव यू तो उसने कहा में तो अभी तुम्हे अच्छे से जानती भी नहीं हु में अभी कुछ भी नहीं बोल सकती मैने जबरदस्ती रश्मी को अपने बाहों में लिया और उसे किस करने लगा वो हिलती दुलती रही फिर मैने मन में सोचा की अब इसे पकड़ लिया है तो इसे जोश दिलाना जरुरी है नही तो ये मेरे को फसा देगी इस कारन में उसे जोश दिलाने के लिए कपडे के उपर से ही उसकी चूत में ऊँगली करने लगा थोड़ी देर बाद रश्मी भी जोश में आ गई में रश्मी का बटला दबाने लगा और कहा रश्मी बस एक बार मेर साथ सेक्स कर लो तुमको अच्छा नहीं लगा तो कभी मत करना वो मान गई उसने कहा चलो में एक जगह जानती हु छत में ही एक रूम था हम दोनों वह गए और मैने रश्मी को नंगा किया और उसके बटले को चूसने लगा और उसकी चूत में ऊँगली करने लगा मैने रश्मी से पुचा तुमने कभी लंड देखा है तो रश्मी ने कहा नहीं देखा है मैने अपना लंड बहार निकला और रश्मी के हात में रख दिया रश्मी मेरे लंड को हिलाने लगी तभी रश्मी ने कहा अच्छा इसको लंड बोलते है मैने कहा हा तो रश्मी ने कहा मैने अपनी सहैली के घर बी ऍफ़ देखि थी उसमे इसको एक लड़की चूस रही थी मैने कहा तुम भी चुसो मजा आएगा और रश्मी मेरा लंड चूसने लगी फिर मैने रश्मी की चूत में अपने जीभ को फेरने लगा उसकी चूत बहुत ही मस्त थी थोड़ी देर तक मैने रश्मी की चूत चाटी फिर मैने रश्मी को लेटाया और उसकी चूत में अपना लंड धीरे धीरे डालने लगा आज तक मैने इतनी मस्त चूत कभी नहीं चोदा था में रश्मी को चोदता रहा और रश्मी आआआ आआआह्ह आआह्ह्ह्ह करती रही करीब आधे घंटे तक मैने रश्मी को चोदा फिर मैने रश्मी के चूत के बहार की अपना मुठ गिरा दिया और हम दोनों अपने कपडे पहन के शादी में चले गए ……..