yl

Friday 6 March 2015

धीरे धीरे डालने लगा

भाभी की बहन में अपना भी कुछ हक़ होता है यही सोच के में भैया की बारात में भाभी के घर गया वाहा भाई की शादी होने लगी और में भाई की शालियो के साथ मस्ती मजाक करने लगा, सभी मेरे साथ मिल जुल गए उनमे भाभी की जो सबसे छोटी बहन थी उसका नाम रश्मी था उसकी हाइट कम थी और उसका गांड बहार की और निकला हुआ था मुझे वो अच्छी लग रही थी उसका बटला भी काफी बड़ा था में उसको लाइन मारने लगा वो भी मेरे से सटने लगी में समझ गया की या तो सेट हो जाएगी हमारे यहाँ शादी रात भर होती है भाभी की छोटी बहन मेरे पास आई और बोली चलो खाना खा लो मैने कहा नहीं मुझे भूख नहीं है में उससे बात करने लगा मैने उससे पुचा तुम कोन से क्लास में हो उसने कहा में 10वी में हु हमलोग थोड़ी देर बात करने लगे तभी भाई की बाकि सालिया भी वह आ गई में सबसे बात करने लगा पर मेरी नजर रश्मी पे ही थी में किसी न किसी बहाने रश्मी से बात करने लगता था और उधर भाई की शादी हो रही थी मैने रश्मी से कहा चलो शादी देखते है और हम लोग शादी के पास चले गए और शादी देखने लगे रश्मी मेरे सामने ही खड़ी थी और थोड़ी थोड़ी देर में मेरी और देखती रहती थी में भी उसे घूरता रहता था फिर मैने सोचा की यही सही मोका है सब लोग शादी में व्यस्त है मैने रश्मी को इशारा किया वो साइड में आ गई मैने कहा मुझे तुमसे कुछ बात करनी है मैने उससे पूछा की तुम्हारे घर में कहा पर कोई आता जाता नहीं है तो रश्मी ने बताया की छत में कोई नहीं जाता मैने रश्मी से कहा चलो छत में जाते है और हम दोनों छत में चले गए छत में पहुचने के बाद रश्मी ने कहा कहो क्या बात है मैने कहा रश्मी तुम बुरा तो नहीं मानो गी न तो रश्मी ने कहा नहीं मानूंगी अब बोलो भी मैने रश्मी से कहा तुम मुझे अच्छी लगती हो आई लव यू तो उसने कहा में तो अभी तुम्हे अच्छे से जानती भी नहीं हु में अभी कुछ भी नहीं बोल सकती मैने जबरदस्ती रश्मी को अपने बाहों में लिया और उसे किस करने लगा वो हिलती दुलती रही फिर मैने मन में सोचा की अब इसे पकड़ लिया है तो इसे जोश दिलाना जरुरी है नही तो ये मेरे को फसा देगी इस कारन में उसे जोश दिलाने के लिए कपडे के उपर से ही उसकी चूत में ऊँगली करने लगा थोड़ी देर बाद रश्मी भी जोश में आ गई में रश्मी का बटला दबाने लगा और कहा रश्मी बस एक बार मेर साथ सेक्स कर लो तुमको अच्छा नहीं लगा तो कभी मत करना वो मान गई उसने कहा चलो में एक जगह जानती हु छत में ही एक रूम था हम दोनों वह गए और मैने रश्मी को नंगा किया और उसके बटले को चूसने लगा और उसकी चूत में ऊँगली करने लगा मैने रश्मी से पुचा तुमने कभी लंड देखा है तो रश्मी ने कहा नहीं देखा है मैने अपना लंड बहार निकला और रश्मी के हात में रख दिया रश्मी मेरे लंड को हिलाने लगी तभी रश्मी ने कहा अच्छा इसको लंड बोलते है मैने कहा हा तो रश्मी ने कहा मैने अपनी सहैली के घर बी ऍफ़ देखि थी उसमे इसको एक लड़की चूस रही थी मैने कहा तुम भी चुसो मजा आएगा और रश्मी मेरा लंड चूसने लगी फिर मैने रश्मी की चूत में अपने जीभ को फेरने लगा उसकी चूत बहुत ही मस्त थी थोड़ी देर तक मैने रश्मी की चूत चाटी फिर मैने रश्मी को लेटाया और उसकी चूत में अपना लंड धीरे धीरे डालने लगा आज तक मैने इतनी मस्त चूत कभी नहीं चोदा था में रश्मी को चोदता रहा और रश्मी आआआ आआआह्ह आआह्ह्ह्ह करती रही करीब आधे घंटे तक मैने रश्मी को चोदा फिर मैने रश्मी के चूत के बहार की अपना मुठ गिरा दिया और हम दोनों अपने कपडे पहन के शादी में चले गए ……..

No comments:

Post a Comment